Welcome to Government Girls Degree College, Kota Saharanpur

Government Girls Degree College (GGDC), Kota is one of the nine, Govt. Colleges opened by State Uttar Pradesh govt. in Saharanpur district. The college was established in year 2003 in Kota village, 18 kms away from Saharanpur city to facilitate quality higher education free of cost to the girls of rural background. GGDC is affiliated to Chaudhary Charan Singh University, Meerut and is recognized by the UGC under 2 (f) and 12 (B). The college follows the curriculum designed by the CCS University that covers the basic and applied aspects with emphasis on knowledge, skills and societal development.

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प्राचार्य संदेश

प्रिय छात्र / छात्राएं एवं अभिभावकगण, शिक्षा मानव समाज के सर्वागीण विकास की आधार शिक्षा हैं | विद्या मंदिर संस्कृति, संस्कार और ज्ञान का तीर्थ स्थल हैं जहाँ मुल्यों का संरक्षण, संवर्धन होता है | वास्तव में किसी भी सम्य समाज के अनुभूत सत्य की साक्षी शिक्षा ही हैं | शिक्षा के अलौकिक ज्ञान प्रकाश ने मानव को "अमृतस्य पुत्रोहम " कहलाने का अधिकारी बनाया | हम सभी शिक्षकगण अपनी विवेकशीलता, प्रगतिशील क्रमनिस्ट एवं शैक्षणिक कुशलता को आधार बनाकर वर्तमान समय की आवश्यकतानुसार ज्ञान प्रवाह की अविरल धारा को निरंतरता के साथ प्रवाहित करने का भीष्म संकल्प लें | साथ ही कुशल निर्देशन एवं सत्य परामर्श के उचित संयोजन से छात्र-वर्ग में अंतनिर्हित क्षमताओं एवं अपार संभावनाओं का समुचित विकास कर राष्ट्र निर्माण सहयोग करें | हमारा गुरुणत्तर दायित्व है कि वैशवीकरण में इस युग में ढृढ़ संकल्प शक्ति, विचारशीलता, त्यागनिष्टा, कर्मठता को आधार बनाकर संस्कारित कर्मनिष्ठ, प्रखर मेधा संपन्न छात्रों की ऐसी पौध रोपित करें जो ज्ञान जगत कल्याण के साथ राष्ट्र की अमर एवं अनमोल धरोहर बन सके | The purpose of education is to make good human beings with skill & expertise. (A.P.J. Abdul Kalam )

मुख्यशास्ता संदेश

शास्ता मंडल : अनुशासन का अद्वितीय अंग

विद्यार्थी का अनुशासन से गहरा संबंध होता है। विद्यार्थी शब्द का अर्थ- विद्या+ अर्थी अर्थात विद्या का अर्जन करने वाला । छात्र जीवन संपूर्ण जीवन का स्वर्णिम प्रभात होता है। जिस प्रकार प्रभात का समय सुंदर एवं सुखद होता है इसी प्रकार छात्र जीवन भी आनंद से परिपूर्ण होता है।
अनुशासन अनु नामक उपसर्ग के साथ शासन शब्द से निर्मित है । जिसमें किसी अन्य का शासन ना होकर स्वयं का शासन होता है। अनुशासित विद्यार्थी ही विद्या अध्ययन कर सकता है । अनुशासन में रहकर सद्गुणों को अपने जीवन में उतारना ही विद्यार्थी का परम कर्तव्य होना चाहिए । अनुशासन और विदृता से परिपूर्ण व्यक्ति का हर जगह सम्मान होता है।

"राजा स्वदेशे पूज्यते , विद्वान सर्वत्र पूज्यते।।"

निषाद पुत्र धनुर्धर एकलव्य के अनुशासन एवं गुरु के प्रति श्रद्धा भाव से कोई भी विशिष्ट या साधारण जन अपरिचित नहीं है। कोई ग्रंथ ऐसा नहीं है जिसमें विद्वानों ने अनुशासन का महत्व नहीं बताया हो। अनुशासन वह महा पर्व है जिससे सहभागिता करके विद्यार्थी अपने जीवन को सफल बनाता है।

"आचाराल्लभते वृपा पुराचारल्लेत जियम्।
आचारात् कीर्ति मप्नोति पुरुष प्रन्यचह च।।"

अर्थात

अनुशासन के बिना जीवन असम्भव है।
सदाचारी ही दीर्घायु, धनवान एवं यशवान बनता है।।

वर्तमान समय में विद्यार्थियों में अनुशासन हीनता बढ़ने के प्रमुख कारणों में से प्रथम कारण विद्यार्थियों का राजनीति में प्रवेश , दूसरा चलचित्रों एवं प्रौद्योगिकी का गलत उपयोग है। जिससे फैशन परस्ती तथा आपराधिक कृत्यों में विद्यार्थियों की संलिप्तता दिन - प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
विद्यार्थियों में अनुशासन, चारित्रिक , नैतिक, आध्यात्मिक तथा जनतांत्रिक मूल्यों के विकास एवं संरक्षण हेतु महाविद्यालय में शास्ता-मंडल का गठन किया गया है । शास्ता-मंडल के सभी सदस्यों के सहयोग से अनुशासन और नैतिक मूल्यों की उत्कृष्टता के नए मापदंड स्थापित करने में मैं सफल हो रही हूँ। महाविद्यालय रूपी इस बगिया में अनुशासन और आदर्शों के पुष्पों को पुष्पित और पल्लवित करने में मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझती हूँ।

Vision & Mission

VISION

To produce such talents who have knowledge and skills to meet the challenges of the society through efficient learning abilities

MISSION

To be among the well known govt. girls college of rural background through continuous deliverance of quality education and inculcation of moral values.

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